उज्जैन में मंगल दोष पूजा के लिए कौन सा दिन है सबसे शुभ? कब करायी जाती है ये पूजा
यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो मंगलनाथ मंदिर में की जाने वाली मंगल पूजा या मंगल भात पूजा जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने का एक शक्तिशाली उपाय है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल जो हर व्यक्ति के मन में आता है- मंगल पूजा के लिए कौन सा दिन सबसे शुभ है, क्या इसे उज्जैन में किसी भी दिन किया जा सकता है?
मंगल दोष पूजा का सबसे शुभ दिन मंगलवार है, लेकिन उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में यह पूजा किसी भी दिन कराई जा सकती है। सही विधि, सही पंडित और सच्चे भाव से की गई पूजा जीवन में मंगलमय परिणाम देती है। उज्जैन में मंगल दोष पूजा को सफल बनाने के लिए उज्जैन के योग्य पंडित हरिओम शर्मा जी से संपर्क करें।
मंगल पूजा का सर्वोत्तम दिन कौन सा है?
मंगल पूजा का सबसे शुभ दिन मंगलवार (Tuesday) होता है, क्योंकि यह दिन स्वयं मंगल ग्रह को समर्पित है।
लेकिन इसके अलावा कुछ विशेष योग और तिथियाँ भी इस पूजा के लिए बहुत ही शुभ मानी जाती हैं:
मंगल पूजा के लिए शुभ दिन और योग
1. मंगलवार: मंगल ग्रह का स्वामी दिन – सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
मंगलवार मंगल ग्रह का दिन है, और इस दिन मंगलनाथ मंदिर में पूजा करने से मंगल की शुभता कई गुना बढ़ जाती है। मंगलवार को मंदिर में विशेष यज्ञ और हवन का आयोजन होता है। ये सबसे प्रभावशाली दिन होता है इस दिन मंगल ग्रह की ऊर्जा अधिक सक्रिय रहती है। इस दिन की गई पूजा से मंगल दोष का तीव्र प्रभाव कम, वैवाहिक सुख, और शत्रु का नाश होता है।
- शुभ मुहूर्त: सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक; अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:19 बजे से 1:11 बजे। मंगलवार को हनुमान जी की पूजा के साथ मंगल भात पूजा करें। मंत्र: “ॐ हं हनुमते नमः” (21 बार)।
2. अंगारक चतुर्थी: मंगल ग्रह का जन्मदिवस – विशेष शुभता
अंगारक चतुर्थी (18 मार्च 2025, मंगलवार) मंगल ग्रह का जन्मदिवस है। इस दिन मंगलनाथ मंदिर में विशेष पूजा, हवन, और भक्तों की भीड़ होती है। इस तिथि मे पूजा करने से मंगल दोष का स्थायी निवारण, स्वास्थ्य और करियर में उन्नति होती है। इस दिन कुंभ विवाह या अर्क विवाह कराने से विवाह बाधा दूर होती है।
- शुभ मुहूर्त: पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक होता है अधिक और सटीक जानकारी पूजा पंडित जी से प्राप्त करें।
3. श्रावण मास के सोमवार: शिव और मंगल की संयुक्त कृपा
श्रावण मास (22 जुलाई से 19 अगस्त 2025) में सोमवार को मंगल पूजा भगवान शिव की कृपा के साथ मंगल दोष को शांत करती है। इस पूजा के प्रभाव से स्वास्थ्य और वैवाहिक समस्याओं का समाधान होता है।
- शुभ मुहूर्त: सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे तक। रुद्राभिषेक के साथ मंगल भात पूजा करें। मंत्र: “ॐ नमः शिवाय” (108 बार)।
4. मंगल जयंती: मंगल ग्रह का उत्सव
मंगल जयंती (18 फरवरी 2025, मंगलवार) मंगल ग्रह का विशेष दिन है। इस दिन मंगलनाथ मंदिर में यज्ञ और विशेष पूजा होती है। इस विशेष दिन में पूजा करने से मंगल दोष का पूर्ण नाश होता है, आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। दूर-दराज के भक्त इस दिन पूजा के लिए आते हैं।
- शुभ मुहूर्त: सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक।
5. गुरु पुष्य योग और अन्य शुभ तिथियाँ
गुरु पुष्य योग (24 जुलाई, 21 अगस्त, 18 सितंबर 2025) जैसे शुभ योग में मंगल पूजा विशेष फलदायी है। इस दिन मंगल दोष पूजा करने से जीवन में रुके हुए कार्यों में सफलता मिलती है। गुरु और मंगल की संयुक्त कृपा से जीवन में स्थिरता आती है।
- शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त (दोपहर 12:19 बजे से 1:11 बजे)। यदि आप तत्काल पूजा करना चाहते हैं, तो गुरु पुष्य योग में बुकिंग करें। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें।
क्या मंगल दोष पूजा किसी भी दिन की जा सकती है?
हाँ, यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष बहुत प्रबल है, या आप किसी विशेष परेशानी (विवाह में विलंब, दांपत्य जीवन में तनाव, व्यवसायिक बाधा) से गुजर रहे हैं, तो यह पूजा किसी भी दिन उज्जैन में कराई जा सकती है।
उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में पंडित जी हर दिन विशेष मुहूर्त में मंगल दोष निवारण पूजा कराते हैं। यह पूजा पंचांग देखकर, जन्म विवरण के अनुसार उचित समय पर कराई जाती है। पंडित जी कुंडली की जांच करके शुभ मुहूर्त का चयन करते है आज ही अपनी कुंडली पंडित को दिखाये ओर सही मुहूर्त में पूजा सम्पन्न कराएं।
मंगलनाथ मंदिर उज्जैन में मंगल दोष पूजा के विशेष लाभ क्या है?
- वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है
- अविवाहित लोगों के विवाह में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं
- स्वास्थ्य और आत्मविश्वास में सुधार होता है
- भूमि, संपत्ति और करियर से जुड़ी रुकावटें दूर होती हैं
- मंगल ग्रह की कृपा से व्यक्ति को साहस और सफलता प्राप्त होती है
मंगल दोष पूजा के लिए आवश्यक सामग्री कौन-कौन सी है?
- लाल वस्त्र
- लाल फूल और अक्षत
- मूंगा रत्न या तांबे का कलश
- मंगल बीज मंत्र का जाप
- शिवलिंग पर जलाभिषेक
उज्जैन में मंगल दोष पूजा की विधि क्या है?
यह पूजा मंगल दोष को शांत करने और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए करायी जाती है। इस पूजा की विधि निम्नानुसार है
- क्षिप्रा नदी स्नान:
- राम घाट या अन्य घाट पर स्नान करें। मंत्र: “ॐ नमः शिवाय” (21 बार)।
- संकल्प:
- पंडित के साथ नाम, गोत्र, और उद्देश्य (विवाह, स्वास्थ्य, समृद्धि) लेकर संकल्प करें।
- गणेश पूजा:
- भगवान गणेश को लाल फूल और लड्डू अर्पित करें। मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः” (108 बार)।
- नवग्रह पूजा और कलश स्थापना:
- नवग्रह शांति के लिए कलश स्थापना करें।
- शिवलिंग अभिषेक:
- स्वयंभू शिवलिंग पर गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक। मंत्र: “ॐ नमः शिवाय” (108 बार)।
- भात पूजा:
- लाल कपड़े पर चावल अर्पित करें। मंत्र: “ॐ अं अंगारकाय नमः” (108 बार)।
- हनुमान पूजा:
- हनुमान जी को लाल चंदन और सिंदूर अर्पित करें। मंत्र: “ॐ हं हनुमते नमः” (21 बार)।
- हवन:
- लाल चंदन, घी, और बेलपत्र से हवन। मंत्र: “ॐ अं अंगारकाय नमः”।
- आरती और प्रसाद:
- “ॐ जय शिव ओमकारा” और “जय हनुमान” आरती करें। प्रसाद बांटें।
उज्जैन में मंगल पूजा कराने का सही तरीका क्या है?
- योग्य अनुभवी पंडित से संपर्क करें।
- अपनी जन्म कुंडली के अनुसार पूजा का समय और विधि तय करें।
- मंगल बीज मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराएं।
- पूजा के अंत में मूंगा रत्न दान या धारण करें।
मंगल पूजा से जीवन में आने वाले सकारात्मक परिवर्तन कौन-कौन से है?
मंगल पूजा के बाद व्यक्ति के अंदर आत्मबल, निर्णय शक्ति, और आत्मविश्वास बढ़ता है। विवाह में आ रही रुकावटें कम होती हैं और जीवन में स्थिरता आती है। यह पूजा केवल दोष निवारण नहीं बल्कि जीवन में ऊर्जा और संतुलन लाने का माध्यम है।
मंगल दोष पूजा की बुकिंग और लागत क्या है?
उज्जैन में मंगल दोष पूजा की लागत कई बातो पर निर्भर करती है जैसे- पूजा के प्रकार या जटिलता पर, पंडडित की दक्षिणा तथा सामग्री पर और स्थान पर। यहाँ पर अनुभवी पंडित हरिओम शर्मा जी द्वाररा सामान्य पूजा ₹2100-₹5100 में और कुंभ/अर्क विवाह ₹3100 या इससे अधिक में सम्पन्न करायी जाती है। यह पूजा खर्च अनुमानित है पूजा का सटीक खर्च जानने के लिए आज उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से नीचे दिये नंबर पर संपर्क करें।
ऑनलाइन बुकिंग: पंडित हरिओम शर्मा जी से वैबसाइट या कॉल के माध्यम से संपर्क करे और अपनी पूजा की ऑनलाइन बुकिंग करें।
ऑफलाइन बुकिंग: ऑफलाइन बुकिंग के लिए उज्जैन पहुँचकर वहाँ के स्थानीय पंडितो से संपर्क करें। मंगलनाथ मंदिर में योग्य और अनुभवी पंडितों से संपर्क।
उज्जैन में मंगल दोष पूजा की बुकिंग कैसे करें?
सही विधि, सही पंडित और सच्चे भाव से की गई पूजा जीवन में मंगलमय परिणाम अवश्य देती है। लेकिन उसके लिए अनुभवी पंडित और सही स्थान का चयन करना बहुत जरूरी है, उज्जैन के श्रेष्ठ पंडित हरिओम शर्मा जी मंगल दोष पूजा में कई वर्षो से अनुभवी है, अपनी पूजा बुकिंग के लिए अभी कॉल करें।







